आयरन की कमी क्या है
आयरन मानव शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होता है आयरन इसकी कमी से व्यक्ति को हमेशा थकान और शरीर में एनर्जी की कमी रहती है जब शरीर में आयरन की कमी हो जाती है तो शरीर रेड ब्लड सेल्स का निर्माण सही से नहीं कर पाता है
आयरन एक ऐसा मिनरल है जो शरीर को मजबूत बनाने का काम करता है। अगर किसी कारण शरीर में आयरन की कमी हो जाती है तो आपको कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इससे शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं। आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन कम होने लगता है और खून की कमी होने लगती है। शरीर में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने और उचित प्रवाह बनाए रखने के लिए आयरन जरूरी है। यदि आयरन की अत्यधिक कमी हो जाए तो एनीमिया जैसे रोग हो जाते हैं। इससे आप काफी थका हुआ और कमजोर महसूस करते हैं। गर्भावस्था के दौरान शरीर में आयरन की बहुत कमी हो जाती है। गर्भावस्था के दौरान बच्चे के समुचित विकास के लिए आयरन भी आवश्यक है। अगर लंबे समय तक शरीर में आयरन की कमी होती है तो इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। जानिए आयरन की कमी से होने वाले रोग और उनके लक्षण क्या हैं।
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आयरन की कमी के लक्षण
- आयरन की कमी से शरीर मे थकान, सिरदर्द और चक्कर आने लगते हैं।
- इससे सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी होती है.
- जब शरीर में आयरन की मात्रा कम हो जाती है तो बाल झड़ने लगते हैं.
- त्वचा का रंग फीका पड़ने लगता है और आदत में चिड़चिड़ापन आने लगता है.
- आयरन कम होने पर त्वचा रूखी हो जाती है और नाखूनों का रंग सफेद हो जाता है.
- आपको सीने में दर्द और धड़कन होने लगती है.
- कई बार आयरन की कमी से हाथ-पैर ठंडे हो जाते हैं.
- कुछ मामलों में आयरन की कमी से सोचने की क्षमता भी प्रभावित होती है.
आयरन की कमी से होने वाले रोग

- आयरन की कमी से शरीर में एनीमिया की समस्या हो जाती है। एनीमिया महिलाओं में विशेष रूप से आम है। इसका कारण डाइट में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों की कमी, गर्भावस्था और पीरियड्स के दौरान ज़्यादा ब्लीडिंग भी हो सकता है। एनीमिया के शिकार होने पर आपको थकान, काम करने में दिक्कत और शरीर का तापमान बनाए रखने में दिक्कत होती है और इससे शरीर का इम्यून सिस्टम भी प्रभावित हो सकता है।
- जिन लोगों को एनीमिया यानी शरीर में आयरन की कमी की शिकायत है। उन्हें दिल और फेफड़ों से जुड़ी दिक्कत हो सकती है। आयरन की कमी से दिल और फेफड़ों में कई समस्याए पैदा हो जाती हैं। जैसे-जैसे दिल की धड़कन तेज होती जाती है, कई बार हार्ट फेल होने का खतरा भी हो सकता है।
- शरीर में आयरन की कमी के कारण शरीर में पर्याप्त मात्रा में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) नहीं बन पाता है। जिससे आप दिन भर थकान और कमजोरी महसूस कर सकते हैं। कई बार जब समस्या बढ़ जाती है तो आप अपने रोजमर्रा के काम ठीक से नहीं कर पाते हैं। ऐसे में ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है। हीमोग्लोबिन कम होने पर मांसपेशियों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है। जिससे आप थकान महसूस करते हैं।
- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में आयरन की कमी होने लगती है। जन्म के समय आयरन की कमी से बच्चे को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आयरन की कमी से समय से पहले बच्चे के जन्म का भी खतरा होता है। गर्भावस्था में आयरन की कमी से बच्चे को जन्म के समय कम वजन, मानसिक विकास और बच्चे में आयरन की कमी जैसी समस्याएं हो सकती है।
- आयरन की कमी से शरीर में बालों और त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं। आयरन की कमी से त्वचा में रूखापन और दाग-धब्बे दिखने लगते हैं। जिससे त्वचा बेजान हो जाती है और त्वचा का रंग फीका पड़ने लगता है आयरन की कमी से बाल झड़ने लगते हैं और डैंड्रफ की समस्या हो जाती है। आयरन की कमी से भी बाल सफेद होने लगते हैं।
- शरीर में आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन कम होने लगता है। जिससे शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहुंच पाती है। आयरन की कमी के कारण दिल तक कम ऑक्सीजन पहुंचती है। ऐसे में दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। लंबे समय तक आयरन की कमी से हृदय रोग (Heart Disease) का खतरा बढ़ जाता है।
आयरन की कमी से बचाव

- रोजाना भरपूर मात्रा में पानी पीने से आप एनीमिया की समस्या से बचे रहते हैं। पानी में मौजूद आयरन कंपाउंड से आपके शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है।
- आयरन की कमी होने पर लौकी, कद्दू के बीज, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां, पालक, आलू, चुकंदर, अनार, बीन्स और राजमा जैसी चीजें खाई जा सकती हैं। आप खाने में किशमिश और दूसरे सूखे मेवे भी जरूर शामिल करें। आहार में इन्हें शामिल करना आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह आपको एनीमिया से भी बचाता है।
- चिकन, मटन जैसी चीजों में भरपूर मात्रा में आयरन होता है. इसमें फोलेट भी होता है, जो आपको एनीमिया और आयरन की कमी से बचाता है।
- तुलसी के पत्तों से एनीमिया को कम किया जा सकता है। तुलसी के पत्ते नियमित रूप से खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।
- साबुत अनाज और भरपूर दालें खाने से भी आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। यह हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
- कैल्शियम युक्त के साथ आयरन युक्त भोजन कभी न करें। अगर आप दोनों को एक साथ खाते हैं, तो कैल्शियम शरीर में आयरन को रोक देगा और आपको भरपूर पोषण नहीं मिल पाएगा।
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