सुपर (जड़ी बूटियों की रानी) का मतलब जो आयुर्वेद में सबसे ज्यादा स्वास्थ्य के गुणों से भरपूर होती है उसे कहा जाता है
भारत को आयुर्वेद का खजाना कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा यहां पर अलग-अलग तरह की जड़ी बूटियां होती हैं और हर जड़ी बूटी अपने भीतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के कई गुण समेटे हुए हैं वैसे तो आयुर्वेद में लगभग 1200 से अधिक जड़ी बूटियां हैं इनमें से कुछ को तो आप अपने घर पर आसानी से भी लगा सकते हैं
अश्वगंधा का सेवन कैसे करे
1. अश्वगंधा – Ashwagandha (जड़ी बूटियों की रानी) जैसा कि इसका नाम है अश्व मतलब घोड़े जैसी ताकत गंधा का मतलब इसकी खुशबू से है अश्वगंधा का चूर्ण बलकारी, शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाने वाला, शुक्रवर्धक खोई हुई ऊर्जा को दोबारा देकर लंबी उम्र का वरदान देता है.
2. मोरिंगा-मोरिंगा में कई विटामिन और खनिज होते हैं।इसकी पत्तियों में संतरे से 7 गुना विटामिन सी और केले से 15 गुना पोटैशियम होता है। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन और अमीनो एसिड भी होते हैं, जो मांसपेशियों के उपचार और निर्माण में सहायता करते हैं। थोड़ी सी देखरेख के साथ आप इसे आसानी से घर में भी लगा सकते हैं
3. शतावरी – शतावरी की बेल को सुखाकर इसका चूरन बनाया जाता है शतावरी का सेवन आपको आयुष्मान होने का आशीर्वाद देता है.शतावरी का चूर्ण का प्रयोग अगर आप करते हैं तो यह आपकी बुद्धि में विकास करता है आपके आंखों की रोशनी को बढ़ाता है पेट की जितनी भी समस्याएं होता है उसको कम करता है यह शारीरिक कमजोरी को भी दूर करता है
4. दालचीनी – दालचीनी का प्रयोग ज्यादातर वजन घटाने के लिए किया जाता है सुबह के वक्त में दालचीनी की चाय पीने से मेटाबॉलिज्म और पाचन में सुधार होता है परंतु भजन के साथ-साथ दालचीनी के अन्य भी फायदे माने जाते हैं क्योंकि अगर आप खाली पेट दालचीनी के पानी का सेवन करते हैं तो यह कब्ज एसिडिटी ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने व पाचन तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ दालचीनी हमारी स्किन को भी बहुत लाभ पहुंचाता है यह बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मददगार होता है
5. शकरकंदी – जैसा कि इसका नाम है शकर यानी कि चीनी यह प्राकृतिक चीनी का भी एक स्रोत है इसलिए यदि आपको अपने सिस्टम में अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता है, तो आप शकरकंद का सेवन कर सकते हैं शकरकंदी में विटामिन “ए’ और “सी’ की मात्रा ज्यादा होती है शकरकंदी खाने से वजन कम भी होता है क्योंकि शकरकंदी खाने से भूख कम लगती है और यह मीठे की क्रेविंग को भी कम करती है शकरकंदी में फाइबर बहुत ज्यादा पाया जाता है जिससे कि मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद मिलती है और यह कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करती है
6. आंवला – आंवला विटामिन सी का अच्छा स्रोत माना गया है और विटामिन सी हमारी स्किन ,बालों के लिए बहुत मददगार होता है यह बालों को चमकदार और मजबूत बनाने का काम करता है सुबह खाली पेट आंवले का सेवन करने से बॉडी अच्छे तरीके से डिटॉक्स हो जाती है जिससे मेटाबॉलिज्म और इम्यून को बूस्ट करता है.आंवला शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण करने का काम करता है यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक आशीर्वाद है आंवले को क्रोमियम का बेहतर स्रोत माना जाता है इसमें विटामिन सी, आयरन, एंटी ऑक्सीडेंट, ऐन्थो साइनिन, पोटेशियम फ्लैवोनोइड्स और होता है जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं.
फ्रूट्स- अलग अलग कलर ,अलग अलग स्वाद ,अलग अलग फायदे , मां प्रकृति की सबसे खूबसूरत देन मनुष्य को फलों की है और यही नहीं फलों का अलग-अलग प्रकार अलग-अलग मौसम में अलग स्वाद प्रकृति ने हमें दिया है
एक स्वस्थ मनुष्य को अपने सभी कार्यों को कराने के लिए करने के लिए रोज फाइबर , मिनरल्स विटामिंस ,एंटीऑक्सीडेंट जैसे और गुणों की जरूरत होती है रोजाना फल खाने से कई सारी बीमारियों का असर कम हो सकता है कुछ फ्रूट्स आपकी दिल की बीमारी ,हाई ब्लड प्रेशर ,डायबिटीज, बालों की समस्या, स्किन की प्रॉब्लम को काफी हद तक कम करने में मदद करते हैं
आजकल के आधुनिक आयुर्वेदिक प्रोडक्ट मैं यह सब Fruits & Herbs आराम से आपको कोल्ड प्रेस शुगर फ्री मिल जाते हैं आप खुद इनका चयन करके. इनका उपयोग रोज के प्रोटीन विटामिन मिनरल्स की पूर्ति के लिए कर सकते हैं
अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए फलों का सेवन करना बहुत जरूरी है। फलों को सेहतमंद डाइट ( बैलेंस डाइट ) का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
1. सेब – सेब सबसे लोकप्रिय और पोषण से भरपूर फलों में से एक है सेब में कैल्शियम ,फाइबर और विटामिन सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है पोटैशियम रिच फूड खाने से कंट्रोल कम होता है और उच्च रक्तचाप कंट्रोल होने से हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। ये सभी स्वस्थ हृदय का समर्थन करते हैं अल्जाइमर, एंग्जाइटी जैसे मानसिक रोगों से बचाव करने में मदद करता है रोज सेब खाने से याददाश्त अच्छी होती है. सेब को बिना छीले खाना सही माना गया है सेब आपके फेफड़ों को मजबूत कर सकता है।क्योंकि छिलके में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स और फाइबर दिल की सेहत के लिए फायदेमंद माने गए हैं
2. अनार- अनार में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कि फाइबर, विटामिन के, सी, और बी, आयरन, पोटेशियम, जिंक और ओमेगा-6 फैटी एसिड और भी. शरीर में आयरन की कमी हो या फिर दिल दिमाग की सेहत की बात हो अनार इन सबके लिए एक रामबाण का काम करता है
अनार का सेवन करने से शरीर में रेड ब्लड सेल्स की गिनती बढ़ती है एनीमिया दूर होता है इम्यूनिटी (Immunity) मजबूत होती है. अनार का जूस विटामिन सी, विटामिन ए, आयरन से भरपूर है.
3. संतरा – संतरे को विटामिन सी का खजाना माना गया है यह हमारे हिमोग्लोबिन लेवल को बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि बॉडी में आयरन बिना विटामिन सी के पूरी तरह से अवशोषित नहीं हो पाते हैं संतरे का सेवन या एक गिलास जूस पीने से किडनी से संबंधित रोगों से बचा जा सकता है एक संतरे में लगभग 55 मिलीग्राम कैल्शियम, या आपकी रोज की आवश्यकता का 6% होता है।संतरा आपकी त्वचा का खास ख्याल रखता है यह त्वचा पर नेचुरल ग्लो लाता है संतरे का जूस पीने से चेहरे पर चमक आती है जो किसी भी ब्यूटी प्रोडक्ट से नहीं मिल सकती.
4. केला – भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला और सेवन किए जाने वाला फलों में से एक है और यह है लगभग सभी मौसम में मिलने वाला फल है केले में कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो वजन घटाने और हृदय स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने में आपकी मदद कर सकते हैं।और फलों में प्राकृतिक चीनी का भी एक स्रोत होता है और मीठे फलों की तुलना में इसमें कैलोरी भी कम होती है,इसके अलावा अध्ययनों से पता चलता है स्टार्च, होता है यह एक प्रकार का फाइबर है यह कच्चे केले में पाया जाता है और प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है। अपच,और कब्ज जैसी समस्याओं को ठीक रखने में केले का सेवन फायदेमंद माना जाता है
पालक खाने के फायदे
5. पालक – पालक मानव शरीर के लिए बहुत लाभदायक है इसमें प्रोटीन आयरन खनिज और बहुत सारे विटामिन ( विटामिन k विटामिन ए b-complex और विटामिन सी यह सब हमें पालक से आसानी से मिल जाता है पालक हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है यह संतुलित आहार में एक उच्च श्रेणी में आता है पालक के सेवन से रक्तचाप कम होता है पाचन में सुधार होता है बाल नाखून और स्किन के स्वास्थ्य को सुधारता है
6. नाशपाती – नाशपाती शरीर में मुक्त कणों के खिलाफ एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करती है।
नाशपाती में विटामिन सी और विटामिन के की मात्रा भरपूर होती है जिसके कारण यह हड्डियों के लिए फायदेमंद है नाशपाती में कैल्शियम की मात्रा भी भरपूर मिलती है नाशपाती वजन कम ,करने के लिए ,डायबिटीज स्किन को हेल्दी ,रखने के लिए पाचन तंत्र को सही से काम करने के लिए एक अच्छा फल माना गया है एनीमिया नाशपाती में भरपूर मात्रा में आयरन होता है.
गाजर खाने का सही समय
7. गाजर – गाजर को सर्दियों का सुपरफूड भी कहा जाता है यह न खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि इसमें कई सारे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं गाजर में विटामिन ए सी, k ,पोटेशियम कैल्शियम फाइबर आयरन जैसे सभी जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं गाजर में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है गाजर में बीटा कैरोटीन भरपूर मात्रा में होता है जो कि शरीर में पहुंचकर विटामिन ए में बदल जाता है और यह विटामिन आंखों के स्वास्थ्य को सही रखने में मदद करते हैं बीटा-कैरोटीन (Beta-Carotene ) तेज धूप में आंखों के होने वाले नुकसान से बचाता है गाजर में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर मैं हानिकारक फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं इसके अलावा गाजर में विटामिन K और कैल्शियम होता है, ये दोनों ही हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं कच्ची गाजर कब्ज की समस्या को भी दूर करती है
हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में खाना तो खाते हैं परंतु एक बैलेंस डाइट पर ध्यान नहीं दे पाते हैं इसीलिए इतने सारे जड़ी बूटियां और फ्रूट्स एक साथ खाना संभव नहीं है कि ना तो हमें यह आसानी से मिल पाती हैं और ना ही हम इसे समय पर ले सकते हैं इसलिए यह सब एक साथ आपके लिए लेकर आया है फिटनेस वेदा इसमें है 18 जड़ी बूटी और फलों का सही मिश्रण और भी बिना किसी अतिरिक्त चीनी के
यह अप्रूव्ड है आयुष मिनिस्ट्री से और fassi, farc lab से तो आज ही अपनी बैलेंस डाइट को कंप्लीट करें सुपर हाउस और फ्रूट्स के साथ. www.fitnessveda.com