जिटेरियन डाइट मैं डेयरी प्रोडक्ट होता और वीगन डाइट क्यों नहीं?
आयुर्वेद भारत में 5000 साल से भी पुरानी परंपरा है आयुर्वेद में हर एक पहलू को बड़े ही विस्तार से बताया गया है उसी तरह से आयुर्वेद में भोजन के प्रकार बनाने की विधि और उसे ग्रहण करने की भी विधि है प्रकृति में शाकाहारी भोजन को सात्विक मनाया गया है सात्विक भोजन से आपके मन को शांति एकाग्रता मन में आशीर्वाद जैसे गुणों के लिए सही माना गया है इसलिए शाकाहारी भोजन ही सही भोजन माना गया है आयुर्वेद के अनुसार शाकाहारी भोजन से आप अपना क्रोध और निराशा उत्पन्न करने वाले हार्मोन को भी कंट्रोल कर सकते हैं
क्या कभी आपने सोचा है कि हर चीज में भोजन ही को इतना महत्व क्यों दिया गया है
भोजन क्या है
एक ऐसा खाना खाने योग्य पदार्थ जो वसा जल प्रोटीन आदि से बना होता है और वह मनुष्य द्वारा ग्रहण किया जा सके उसे भोजन कहते हैं मनुष्य न केवल जीवित रहने के लिए बल्कि एक अच्छे स्वास्थ्य और सक्रिय जीवन के लिए भोजन करता है भोवेजन में अनेक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर का विकास करते हैं उसे स्वस्थ रखते हैं शक्ति प्रदान करते हैं सही गलत समझने करने में सक्षम बनाते हैं एक सही स्वस्थ शरीर स्वस्थ दिमाग ही किसी समाज की नींव होती है इसीलिए भोजन को इतना महत्व दिया गया है
आजकल के आधुनिक आयुर्वेदिक प्रोडक्ट मैं यह सब Fruits & Herbs आराम से आपको कोल्ड प्रेस शुगर फ्री मिल जाते हैं आप खुद इनका चयन करके. इनका उपयोग रोज के प्रोटीन विटामिन मिनरल्स की पूर्ति के लिए कर सकते हैं.
भोजन का हमारे जीवन में क्या महत्व है?
भोजन के तीन उद्देश्य होते हैं
1.शरीर को स्वस्थ रखें उसके प्रत्येक अंगों को कार्य करने की शक्ति प्रदान करें
2. दैनिक क्रियाओं में कोशिकाओं के टूटने फूटने से जो भी नुकसान होता है उन कोशिकाओं का पुनर्निर्माण करें
3.शरीर को रोगों से अपनी रक्षा करने की शक्ति दे आयुर्वेद में वही आहार सही माना गया है जो यह तीनों उद्देश्य पूरा करें
भोजन कितने हैं?
तीन प्रकार के भोजन होते हैं। सात्विक भोजन, राज सिक भोजन, तामसिक भोजन,
शुद्ध भोजन क्या है?
आयुर्वेद में शुद्ध शाकाहारी भोजन ही उत्तम भोजन माना गया है शाकाहारी भोजन में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है लोग साथ होता है संतुलित भोजन होता है जिससे मनुष्य का मस्तिष्क खुश होता है और अगर आपका दिमाग खुश है तो आपको शांति और शीतलता अपने आप प्राप्त हो जाएगी
राजसिक भोजन बहुत ज्यादा उत्तेजित करने वाला और तामसिक भोजन कमजोरी और आलस्य बढ़ाने वाला माना जाता है।
बैलेंस डाइट क्या है?
बैलेंस डाइट – संतुलित भोजन एक ऐसा भोजन जिसमें विटामिन प्रोटीन, फाइबर खनिज और एंटीऑक्सीडेंट जैसे विटामिन ए सी ई आदि शामिल हो यह सब विटामिन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं जब हमारे शरीर को कैल्शियम सही मात्रा में नहीं मिलता तो वह हड्डियों से कैल्शियम लेना शुरू कर देता है जिसकी वजह से हमारी हड्डियां पतली हो जाती हैं इसलिए खाने में पीने में दूध दही हरी सब्जियां ताजे फल और अनाज को जरूर शामिल करें.
आयुर्वेद के अनुसार हम सभी में एक ऊर्जा मौजूद है। भोजन उस ऊर्जा को सकारात्मकता सही से इस्तेमाल किया जा सके और खुद की भावनाओं को नियंत्रित भी किया जा सकता है।
1 नवंबर को दुनिया भर में वर्ल्ड वीगन डे (World Vegan Day) सेलिब्रेट किया जाता है
Vegan शब्द Vegetarian (शाकाहारी) शब्द से लिया गया है परंतु दोनों के तरीकों में बहुत अंतर है
शाकाहारी लोग शहद, दूध-दही,घी,पनीर, मक्खन फल फ्रूट आदि सब खाते हैं. यह ऐसी कोई भी चीज नहीं खाते जिससे जानवर को नुकसान पहुंचता है.
वीगन और वेजिटेरियन में अंतर है पर ज्यादातर लोग दोनों को एक ही समझते हैं. वीगन डायट में किसी भी तरह का डेयरी प्रोडक्ट नहीं खाते हैं. लेकिन वह फल सब्जी ऑर्गेनिक फूड नट्स इन चीजों को ज्यादा खाते हैं.

1. वीगन इट में फल फ्रूट हरी सब्जियों में ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो पुरानी बीमारियों को होने से बढ़ने से रोकते हैं वह ब्लड प्रेशर में शुगर है जैसी बीमारियों से बचाते हैं
2. वीगन डाइट में कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता है यहां तक कि इसमें (Saturated Fats) सैचुरेटेड फैट भी नहीं होता है यह आपके दिल और शरीर को स्वस्थ रखता है।
3. इस डाइट से जानवरों की जान भी बचाई जा सकती है।जीवन जीने का हक सभी को है
4. यह पर्यावरण की रक्षा करने में भी मदद करता है
5. यह आपके आहार और आपके भोजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
6. एक वीगन डाइट अपनी कैलोरीज को कम करके प्रोटीन का सेवन ज्यादा करते हैं जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है
7.वीगन डायट से ब्लड शुगर कंट्रोल होता है और हार्ट से संबंधी बीमारी नहीं होती. इससे कैंसर का खतरा कम होता है. इसके साथ ही हार्ट से संबंधी बीमारियां नहीं होती.
8.वीगन डायट से तेजी से वेट लॉस होता है. इस डाइट में फाइबर की मात्रा ज्यादा होता है,
वीगन डाइट में खाए जाने वाले प्रोडक्ट
- फल, सब्जियां, अनाज खाए जाते हैं.
- दूध की जगह सोयाबीन या बादाम का दूध उपयोग करते हैं.
- खाना बनाने के लिए घी की जगह ऑलिव ऑयल, तिल के तेल का इस्तेमाल करते हैं.
- कार्बोहाइड्रेट के लिए साबुत अनाज, बाजरा, ज्वार, जौ, केला वगैरह खाया जाता है.
- प्रोटीन के लिए सोयाबीन का आटा, साबुत दालें, टोफू, मटर, बादाम, खाते हैं.
आजकल बड़े-बड़े सेलिब्रिटी, बिजनेसमैन, क्रिकेटर्स भी वीगन डाइट को बहुत फॉलो कर रहे हैं
उन लोगों को शाकाहारी भोजन जरूर अपनाना चाहिए जिन्हें ज्यादा गुस्सा आता है आयुर्वेद के अनुसार शाकाहारी भोजन से क्रोध निराशा उत्पन्न करने वाले हार्मोन को कंट्रोल किया जा सकता है.
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